नवशास्त्रीयतावाद (Neo-Classicism )

नवशास्त्रीयतावाद

(Neo-Classicism )1770-1830 ई0 तक

18 वीं सदी मे बरोक एवं रोकोको कला शैलियो का विरोध आरंभ हुआ , उसके स्थान पर नव शास्त्रीयतावाद , ‘इंग्लैंड’’, ‘फ्रांस’ तथा रोम मे उत्पन्न होकर साथ समस्त यूरोप मे फैल गया ।

मुख्य रूप से नवशास्त्रीयतावादी आंदोलन 18 वीं शताब्दी के ज्ञान के युग (age of Englinghtenment ) के साथ आरंभ हुआ ओर 19 वीं शताब्दी के शुरुआत तक विकसित होता रहा ।

यह स्मरणीय रहे की नवशास्त्रीयतावाद का प्रादुर्भाव मूलतः रोम मे हुआ था ।

नवशास्त्रीयतावाद कला द्वारा प्राचीन ग्रीक आदर्श मानवीय शरीर सौंदर्य की कल्पना के अनुसार चित्रण करने को पुनर्जीवित किया गया । शास्त्रीय घटनाओ, पात्रो के ऐतिहासिक परिधानों, विषयो के दृढ़ चित्रण मे दृढ़ संरचनात्मक तकनीक पर ज़ोर दिया गया ।

डेविड की पेंटिंग व सुकरात की मृत्यु नवशास्त्रीयतावाद के अंतर्गत आतीं है ।

 द डेथ ऑफ मारत’ डेविड की प्रसिद्ध पेंटिंग है ।

नवशास्त्रीयतावाद का प्रमुख चित्रकार लुई दाविद था ।

नवशास्त्रीयतावाद का मुख्य प्रभाव वास्तुकला पर पड़ा ।

 

नवशास्त्रीयतावादी कलाकारो ने फ्रेंच क्रांति के लिए अपना अमूल्य कलात्मक योगदान दिया था ।

इस शैली का प्रणेता फ्रेंच चित्रकार जोक डेविड (दविद ) था जिसका 1785 ई0 मे बना चित्र ‘होरेशिया का प्रण’ नवशास्त्रीयतावाद का प्रथम चित्र माना जाता है ।

नवशास्त्रीयतावादी शैली का दूसरा प्रमुख कलाकार अंग्र था ।

जॉन जे0 विंकलमैन (जर्मन कला इतिहासकार ओर पुरातत्वविद ) ने नवशास्त्रीयतावादी कला पर काफी शोध कार्य किया । नवशास्त्रीय कला के उदय पर उन्होने कई लेख लिखे ।

नवशास्त्रीयतावाद का मुख्य उद्देश्य कला के प्राचीन तथा नवीन नियमो मे एक सूत्रता खोज था ।

कैनवास पर तैल माध्यम से 101.6*127सेमी आकार मे  डेट्रोइट इंस्टीट्यूट ऑफ आर्ट्स , मिशिगन मे सुरक्षित दुस्वप्न (the Nightmare) एंग्लो-स्वीस कलाकार हेनरी फूसेली का चित्र है ।

 

नवशास्त्रीयतावाद का सर्वप्रथम चित्र होरेशिया का प्रण था ।

नवशास्त्रीयतावाद का प्रणेता जोक लुईस डेविड था  ।

डेविड का प्रसिद्ध चित्र  ‘होराथी की शपथ’ वर्तमान मे लुव्र संग्रहालय ,पेरिस मे सुरक्षित है ।

स्वर्ण युग, प्रेरणा तथा टर्किश बाथ शीर्षक  अंग्र ने चित्र बनाए ।

कलाओ के उत्थान के लिए फ्रेंच अकादमी की स्थापना 1648 मे हुई थी ।

देश विदेश के सभी कलाकारो की एक विशाल प्रदर्शिनी लुव्र संग्रहालय मे लगाने का निश्चय राष्ट्रीय असेंबली ने 1791 ई0 मे किया था ।

 

 

 

जैक्स लुईस डेविड Jacques Louis David

1748-1825 ई0

डेविड विश्व –विख्यात फ्रांसीसी सेनापति नेपोलियन बोनापार्ट 1748-1825 ई0 का शाही चित्रकार था ।

डेविड को नवशास्त्रीयतावाद का जन्मदाता माना जाता है ।

उसका जन्म 30 अगस्त सन 1748 ई0 को फ्रांस की राजधानी पेरिस मे हुआ था ।

जैक्स डेविड विध्यार्थी अवस्था के आरंभिक काल मे बुशे के शिष्य था । उसने फ्रेंच चित्रकला मे रोमन ग्रीक शैली को पुनर्जीवित किया व नवशास्त्रीयतावाद नामक शैली को जन्म दिया ।

फ्रेंच चित्रकला मे महत्वपूर्ण क्रांति लाने वाला चित्रकार डेविड था ।

डेविड के चित्रो मे सामाजिक तथा राजनैतिक क्रांति के दर्शन होते है ।

 

1785 ई0 मे डेविड ने रोम मे अपना विख्यात चित्र ‘होरेशिया का प्रण (oath of the Horatii ) बनाया , जो नवशास्त्रीयतावाद का सर्वप्रथम चित्र भी माना जाता है । कैनवास पर तैल माध्यम से बना यह विशाल चित्र वर्तमान मे लुव्र संग्रहालय (पेरिस ) मे सुरक्षित है ।

डेविड का सबसे प्रसिद्ध चित्र ‘ब्रूट्स के पुत्र के निधन की खबर फ्रेंच राज्य क्रांति के समय 1789 ई0 मे  चित्रित किया गया । कैनवास पर तैल माध्यम से निर्मित यह चित्र वर्तमान मे पेरिस के लुव्र संग्रहालय मे सुरक्षित है ।

डेविड ने आल्प्स पार करते हुए नेपोलियन तथा अपने सेनापतियों को पदक एवं चिन्ह बांटते हुए नेपोलियन आदि भव्य चित्र बनाए ।

सिंहासनारोहण नामक चित्र को 1805 से 1807 ई0 के मध्य तक बड़े परिश्रम से बनाया ।

डेविड की प्रतिभा उसके व्यक्तिचित्रो मे सबसे अधिक प्रस्फुटित हुई, जैसे ‘पोट्रेट ऑफ मैम रिकेमियर नामक चित्र मे ।

डेविड भी पूंसा के समान प्रेरणा के लिए प्राचीन ग्रीस ओर रोम की कलाकृतियों की ओर उन्मुख हुआ ओर फ्रांसीसी क्रांति के साथ डेविड, ‘सीजर ऑफ फ्रेंच पेंटिंग बन गया ।

1815 ई0 के वाटरलु के युद्ध मे नेपोलियन की हार हुई ओर डेविड स्विट्जरलैंड भाग गया । यही 1825 ई0 मे उसकी मृत्यु हो गई ।

 

 

डेविड के प्रसिद्ध चित्र

  1. होरेशिया का प्रण oath of the Horatii
  2. मिनर्वा की विजय
  3. साक्रेटिस की मृत्यु the death of Socrates
  4. आल्प्स पर्वत पार करते नेपोलियन
  5. सिंहासनारोहण
  6. मारा की मृत्यु the death of marat
  7. ब्रूट्स के पुत्र के निधन की खबर
  8. नेपोलियन प्रथम का राज्याभिषेक
  9. गेंत की महिलाए
  10. सेबाइन पर बलात्कार
  11. बोलिसारियास

 

 

 

 

जीन अगस्ट डोमिनिक अंग्र

Jean Auguste Dominique Ingres

1780-1867 ई0

नवशास्त्रीयतावादी शैली का दूसरा प्रमुख कलाकार अंग्र था । उसका जन्म 19 अगस्त 1780 ई0 को पेरिस मे हुआ था ।

वह दाविद का शिष्य था ओर श्रेष्ठ रेखा चित्रकार था ।

मानवाकृति का त्रुटिरहित अंकन अंग्र के चित्रण की प्रमुख विशेषता थी ।

अंग्र का चित्र 13 वें लुई का शपथ ग्रहण चित्र लुव्र संग्रहालय (पेरिस) मे है ।

अंग्र रेखांकन पर ज़ोर देता था । रंग को केवल रेखांकन के सुदृढ़ बनाने का एक साधन मानता था । उसकी दृष्टि मे रूबेन्स ओर वान डाइकबैड स्कूल ऑफ कलर से संबंध थे क्योंकि उन्होने रेखांकन को महत्व नहीं दिया , जिसे अंग्र ने स्कूल ऑफ फाल्सहूड़ की संज्ञा दी ।

वर्ष 1818 ई0 मे अंग्र ने अपना एक आरंभिक चित्र द डैथ ऑफ लियोनार्डो द विंची बनाया ।

1832 ई0 मे अंग्र ने कैनवास पर तैल माध्यम से ‘पोट्रेट ऑफ लुई-फ़्रांकोइस  बर्टिन’ शीर्षक से एक उत्कृष्ट चित्र बनाया । जो वर्तमान मे लुव्र संग्रहालय पेरिस मे सुरक्षित है ।

अंग्र की नग्न आकृतियो की डाइंग ओर पेंटिंग ने उसे सारे यूरोप मे सुविख्यात बना दिया ।

ला सोर्स ओर ‘जॉन ऑफ आर्क अंग्र की सुप्रसिद्ध रचनाए है ।

1862 ई0 मे अंग्र ने 82 वर्ष की उम्र मे अपना सबसे प्रसिद्ध चित्र ‘तुर्की हमामखाना (the Turkish bath ) तैल माध्यम मे लकड़ी से निर्मित कैनवास पर बनाया । वर्तमान मे यह चित्र भी लुव्र संग्रहालय , पेरिस मे सुरक्षित है ।

 

अंग्र के प्रसिद्ध चित्र

  1. पोट्रेट ऑफ लुई फ़्रांकोइस बर्टिन 1832
  2. तुर्की हमामखाना 1862
  3. स्वर्ण युग
  4. प्रेरणा स्लेव के साथ ओड्लिस्व 1842
  5. गर्भित रखैल
  6. दासी के साथ रखैल
  7. 13 वें लुई का शपथ ग्रहण

 

 

लोरेंजों बार्टोलिनी Lorenzo Bartolini

1777-1850 ई0

लोरेंजों बार्टोलिनी एक इतालवी मूर्तिकार था जिसका जन्म 7 जनवरी 1777 ई0 को सावितानों डी प्रातों , प्रेटों, टस्कनी के पास हुआ था ।

लोरेंजों ने फ्लोरेंटाइन पुनर्जागरण की मूर्तिकला से प्रेरणा लेने के बजाय अपने समकालीन एंटोनियो कैनोवा से प्रेरणा ली ओर नवशास्त्रीयतावाद से जुड़ गया ।

लोरेंजों बार्टोलिनी द्वारा निर्मित एक प्रसिद्ध संगमरमर मूर्ति ला टेबल ओक्स एमोर्स (द डेमिडोफ टेबल) मेट्रोपॉलिटन म्यूजियम ऑफ आर्ट , न्यूयॉर्क सिटी मे सुरक्षित है ।

 

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