ब्रिटिश व्यक्ति-चित्रण एवं दृश्य-चित्रण
जॉन कांस्टेबल
John Constable 1776-1837 ई0
प्रसिद्ध ‘ब्रिटिश दृश्य रोमांसवादी चित्रकार जॉन कांस्टेबल का जन्म 11 जून 1776 ई0 को इंग्लैंड मे हुआ था ।
उसके पिता पनचक्कियों तथा पवनचक्कियों के मालिक थे ।
स्वच्छंदतावाद की रहस्यात्मक प्रवृत्ति मे से कला की दो धाराए विकसित हुई ।
स्वच्छंदतावाद की रहस्यात्मक प्रवृत्ति की प्राकृत्याक्षित विकास कांस्टेबल की कला मे हुआ ।
स्वच्छंदतावाद की रहस्यात्मक प्रवृत्ति की दूसरी दिव्य दृष्टि आश्रित धारा टर्नर की कला मे मिलती है ।
आधुनिक दृश्य चित्रांकन का प्रवर्तक कांस्टेबल माना जाता है ।
आधुनिक कला के प्रणेताओ मे गोया’ ,’दविद’ तथा ‘टर्नर’ के साथ ही ‘कांस्टेबल’ का भी नाम लिया जाता है ।
1818 से 1820 ई0 के मध्य प्रकाशित ल्यूक होवार्ड की पुस्तक ‘लंदन की जलवायु’ (the Climate of London ) से आकाश के विभिन्न प्रभावों के अध्ययन मे उसे काफी मदद मिली ।
1821 ई0 मे प्रदर्शित ‘भूसागाड़ी’ (Hay Wain ) उसकी प्रसिद्ध कृति है । इस चित्र के रंगो की चमक से देलाक्रा इतना प्रभावित हुआ था की प्रदर्शिनी मे लगे अपने चित्र ‘कियोश मे नरसंहार’ को पंद्रह दिन मे पूरी तरह नए ओर चमकदार तेज रंगो को दुबारा चित्रित कर दिया । देलाक्रा ने कांस्टेबल को ‘द फादर ऑफ मॉडर्न लैंडस्केप’ कहा । कांस्टेबल ने इस चित्र को तैल माध्यम मे कैनवास पर बनाया था । यह चित्र वर्तमान मे नेशनल गैलरी लंदन मे सुरक्षित है । यह नेशनल गैलरी का दूसरा सबसे प्रसिद्ध चित्र है । प्रथम सबसे प्रसिद्ध चित्र टर्नर का ‘द फाइटिंग टेमेरेयर’ (the Fighting Tememraire ) है इसके लिए बी0बी0 सी0 रेडियो ने वोटिंग करवाई थी ।
वह प्रथम चित्रकार था जिसने खुले वातावरण मे चित्र बनाना शुरू किया ।
1825 ई0 मे उसने अपना चित्र ‘उछलकर लांघता हुआ अश्व’ बनाया था ।
1826 ई0 मे कांस्टेबल अपना एक अन्य प्रसिद्ध चित्र ‘अनाज का खेत’ (the corn –field ) बनाया ।
इससे प्रभावित होकर 1829 ई0 मे रॉयल अकादमी ऑफ आर्ट्स ने उसे पूर्ण सदस्य का दर्जा दे दिया ।
रॉयल अकादमी ऑफ आर्ट्स की स्थापना 1768 ई0 मे लंदन मे की गई थी ।
कांस्टेबल ने ‘लहलहाते खेत’ , ‘झुके हुए बादल’ ओर ‘फटे–फटे आकाश का चित्रण’ अधिकता व सुंदरता से किया है ।
‘एसेस्क पार्क’ तथा ‘वेमाउथ बे’ कांस्टेबल के विश्वविख्यात चित्र है ।
जीवनकाल मे उसे सम्मान न मिला । मरणोपरांत उसके चित्रो को इंग्लैंड के सर्वश्रेष्ठ चित्र कहा गया ।
कान्स्टेबल की कला पर 17 वीं शताब्दी की डच चित्रकला का प्रभाव था ।
कांस्टेबल के रेखाचित्रों मे क्षणिक भावनाओ का अंकन हुआ है ।
कांस्टेबल ग्रामीण दृश्यो को निष्ठा के साथ चित्रित करता था ।
प्रकृति आश्रित कला का विकास ‘कांस्टेबल’ ने किया था ।
कांस्टेबल के प्रसिद्ध चित्र –
- भूसागाड़ी Hay Wain
- स्तूर नदी के किनारे का एक दृश्य
- उछलकर लांघता हुआ अश्व
- अनाज के खेत the corn-field
- ब्राइटन के किनारे कोयलवाही
- हैम्पस्टेड मे बंजर
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