गुलाम मुहम्मद शेख Gulam Mohammad Shekh
गुलाम मुहम्मद शेख का जन्म 16 फरवरी 1937 ई0 को सुरेन्द्रनगर, गुजरात मे हुआ था ।
गुलाम मुहम्मद शेख अंतराष्ट्रीय चित्रकार, लेखक एवं कला समालोचक के रूप मे प्रसिद्ध है ।
गुलाम मुहम्मद शेख ने कला का अध्ययन प्रारम्भ मे ललित कला संकाय वडोदरा तत्पश्चात रॉयल कॉलेज ऑफ आर्ट लंदन मे किया था ।
गुलाम मुहम्मद शेख कलाकार जो शिक्षक , लेखक एवं कवि भी है ।
विख्यात चित्र कश्मीर गुलाम मुहम्मद शेख का है (कोलाज , स्याही 2005 )
गुलाम मुहम्मद शेख कलाकार की साहित्यिक परंपरा खासकर सूफी मत (सूफीवाद ) की उनकी गहरी समझ उन्हे अपने रचनाओ मे दृश्यात्मक या चित्रात्मक दोहो (शेरो) की सृष्टि मे सक्षम बनाती है ।
नीली तस्वीर जिसमे ‘क़हत कबीर’ शीर्षक वाले प्राकृतिक दृश्य जैसे छोटी –छोटी मानव आकृतियो को चित्रित किया गया है , इसकी रचना गुलाम मुहम्मद शेख ने की है ।
गुलाम मुहम्मद शेख ने 1960 ई0 मे अपने कैरियर की शुरुआत ललित कला संकाय, एम.एस. विश्वविध्यालय बदोदरा मे कला शिक्षक के रूप मे की थी ।
गुलाम मुहम्मद शेख पेंटर, कवि चित्रकार,कला समीक्षक, प्रिंट मेकर इतिहासकार है ।
गुलाम मुहम्मद शेख कलाकार अपने चित्रो मे वर्णमाला अक्षरो का प्रयोग करता था ।
1960 ई0 मे गुलाम मुहम्मद शेख के चित्रो की प्रथम एकल प्रदर्शिनी जंहागीर आर्ट गैलरी मुंबई मे आयोजित की गई ।
1987 ई0 एवं 2002 ई0 मे मुहम्मद शेख शिकागो कला संस्थान मे विजिटिंग आर्टिस्ट रहे ।
वर्ष 2003 का कागज पर ग्वाश माध्यम से निर्मित चित्र ‘एक अचंभा देखा रे भाई’ के चित्रकार गुलाम मुहम्मद शेख है ।
गुलाम मुहम्मद शेख अपनी कलाकार पत्नी नीलिमा शेख के साथ वडोदरा मे रहते थे ।
गुलाम मुहम्मद शेख को ललित कला अकादमी नई दिल्ली का राष्ट्रीय पुरुस्कार 1962 ई0 मे प्रदान किया गया है ॥
गुलाम मुहम्मद शेख को भारत सरकार द्वारा पदमश्री पुरुस्कार 1983 ई0 मे प्रदान किया गया ।
गुलाम मुहम्मद शेख को मध्य प्रदेश सरकार का कालिदास सम्मान 2002 मे दिया गया ।
गुलाम मुहम्मद शेख को कला के क्षेत्र मे पदमभूषण से 2014 मे सम्मानित किया गया ।
1963 ई0 मे स्थापित ग्रुप 1890 के संस्थापक सदस्य गुलाम मुहम्मद शेख थे ।
गुलाम मुहम्मद शेख द्वारा लिखित 1974ई0 मे गुजराती कविताओ का संग्रह अथवा है ।
गुलाम मुहम्मद शेख कलाकार ने घर जतन शीर्षक से गध शृंखला लिखी ।
निरखे वही नजर पुस्तक के लेखक गुलाम मुहम्मद शेख है ।
कला पत्रिका वृश्चिक (1969-73)ई0 का सम्पादन गुलाम मुहम्मद शेख ने किया था ।
गुलाम मुहम्मद शेख के चित्रो मे स्वप्न, फंतासी ओर यथार्थ का मिश्रण दिखाई देता।
प्रख्यात चित्र ‘बोलती सड़क (स्पीकिंग स्ट्रीट) तथा ‘शहर बिकाऊ’ है (यह चित्र 1981 ई0 मे आरंभ होकर 1984 मे पूर्ण हुआ था ) गुलाम मुहम्मद शेख का है ।
गुलाम मुहम्मद शेख का चित्र ‘दी ट्री ऑफ लाइफ’ (कैनवास पर तैल रंग ) बढेरा आर्ट गैलरी , नई दिल्ली मे सुरक्षित है ।
गुलाम मुहम्मद शेख का प्रसिद्ध चित्र ‘शहर बिकाऊ है’ (विक्टोरिया एंड अल्बर्ट संग्रहालय, लंदन मे सुरक्षित ) के केंद्र मे सिलसिला फिल्म को प्रदर्शित होती दिखाई गई है ।
गुलाम मुहम्मद शेख के प्रमुख चित्र –
- शहर बिकाऊ है
- फंतासी ओर यथार्थ
- मनुष्य
- बोलती सड़क (स्पीकिंग स्ट्रीट)
- लम्बी अनुपस्थिति के बाद घर वापसी
- स्वप्न
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