शास्त्रीय युग (classical Period )
क्रीटन माइसीनियन तथा यूनानी कला भाग 2
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शास्त्रीय युग (classical Period ) 480-323 ई0पू0
शास्त्रीय युग को शैली के आधार पर दो भागो मे बांटा गया है-
1 प्रारभिक शास्त्रीय युग Early Classical Period (480-450 ई0पू0 )
2 उच्च शास्त्रीय युग High Classical Period (450-323 ई0पू0 )
यूनान तथा बाइबिल पश्चिमी सभ्यता एवं कला के दो प्रमुख स्रोत थे
प्रारभिक शास्त्रीय युग
Early Classical Period (480-450 ई0पू0 )
इस युग मे मानवाकृतियों के लिए आदर्श रूप निर्धारित किए गए ।
इस समय की 478ई0पू0 की डेल्फी से सारथी (रथचालक ) की कांस्य की प्रतिमा प्राप्त हुई जो वर्तमान मे डेल्फी संग्रहालय ग्रीस मे संगृहीत है ।
इस समय माइरन तथा पालीक्लीतस द्वारा प्रयुक्त किया गया था ।
माइरन की प्रसिद्ध कृति डिस्कोबालस है , जिसका निर्माण काल 460-450 ई0पू0 है । दुर्भाग्य से इसकी मूल प्रति वर्तमान मे अप्राप्य है । केवल इसकी रोमन अनुकृति वाली डिस्कोबालस म्यूनिख संग्रहालय जर्मनी मे सुरक्षित है ।
कहा जाता है कि माइरन द्वारा निर्मित एक अन्य कृति कांसे के गाय को वास्तविक समझकर एक बछड़ा दूध पीने के लिए मुंह मारता रहा ओर मर गया।
पालीक्लीतस कि प्रसिद्ध कृति भाला लिए हुए मल्ल है , जो 440 ई0पू0 कि कांस्य निर्मित प्रतिमा है। जो मूल कृति भी वर्तमान मे अप्राप्य है , परंतु इसकी रोमन प्रतिकृति (मार्बल निर्मित ) 6 फिट 11 इंच ऊंची नेपल्स नेशनल आर्कियोलोजिकल म्यूजियम इटली मे सुरक्षित है ।
पंखदार विजय श्री नाइकी का प्रथम चित्र बनाने वाला चित्रकार इसी युग का एरिस्तोफ़ोन था।
इस समय पात्र चित्रकारों मे पेन पेंटर सुप्रसिद्ध था।
पंखदार विजयश्री कि मूर्ति बनाने वाला प्रथम शिल्पी पेओनिअस था ।
उच्च शास्त्रीय युग
High Classical Period (450-323 ई0पू0 )
पाँचवी शती ई0पू0 (450 ई0पू0 ) मे पेरिक्लीज के शासन मे एथेंस वासियो ने सम्राट से प्रेरित होकर रक्षा प्रबंधों हेतु संचित राशि मे से कुछ अंश धवस्त एक्रोपोलिस के पुननिर्माण मे निश्चित कर दिया जिससे कई श्रेष्ठ भवन निर्माण का कार्य हुआ ।
इस समय पार्थेनन मंदिर (Parthenon temple ) हेपिस्टोस मंदिर (temple of Hephaistos ) इत्यादि का निर्माण एथेंस ग्रीस मे हुआ , जो प्राचीन ग्रीक काल की अद्भुत रचना है।
एक्रोपोलिस पर स्थित पार्थेनन मंदिर देवी एथेना को समर्पित है ।
वर्तमान पार्थेनन मंदिर सुरक्षित नींव तथा प्रस्तर करते हुए वास्तुकार इक्टिनोस द्वारा पुनः निर्मित किया गया । इस मंदिर मे पूर्णतः श्वेत संगमरमर का प्रयोग किया गया है । यह मंदिर 447 ई0पू0 438 ई0पू0 के मध्य निर्मित हुआ ।
इस समय के मूर्तिकला के तीन शीर्ष मूर्तिकार प्रेक्साइटेलिज’, स्कोपास’ तथा लिसिप्पस’ थे ।
प्रेक्साइटेलिज की प्रमुख संगमरमर कृतियो मे हर्मस ओर शिशु डायनियोस तथा अफ्रोडिटी ऑफ निदोस है।
प्रमुख चित्रकारों मे ज्यूक्सिस’, पेरेसियस तथा एपीलीज़ थे ।
एपीलीज़ सिकंदर महान का राजकीय चित्रकार था ।
एपीलीज़ द्वारा बनाया गया एफ़्रोडिटी का जन्म विशेष प्रसिद्ध है ।
यूनान मे ओलम्पिक खेलो का आरंभ 776 ई0पू0 मे हुआ ।
पात्र चित्रण की प्रथम ज्यामितीय शैली एथेंस मे 1000 ई0पू0 मे उत्पन्न हुई ।
यूनानी कला मे क्रांति का युग 5 वीं शताब्दी ई0पू0 है ।
एगेथारकस दृश्य चित्रकार था ।
मिदिआस 5 वीं शताब्दी का चित्रकार था ।
मिदिआस पात्र चित्रकार था ।
एथेंस का सर्वाधिक प्रसिद्ध चित्रकार निकिआस था।
छाया प्रकाश के विरोधी प्रयोग द्वारा आकृतियो मे त्रिआयामी प्रभाव देने मे कुशल चित्रकार निकीआस था ।
यूनानी कला मे एक्रोपोलिस नामक स्थान पर एथीना की 40 फुट प्रतिमा का निर्माण फिदियास ने किया था ।
यूनानी कला मे ओलम्पिया मे ज्यूस की 35 फुट प्रतिमा का निर्माण फिदियास ने किया था ।
7000 ई0पू0 मे बनी अपोलो की मूर्ति बोस्टन संग्रहालय मे रखी गई।
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