अमृता शेरगिल
- इनका जन्म 30 जनवरी 1913 ई0 को बुडापेस्ट हंगरी मे हुआ था ।
- इनके पिता का नाम सरदार उमराव सिंह भारतीय सिख जमीदार थे ओर माता का नाम मारिया अंटवानेट हंगेरियन थी जो ओपेरा की सुप्रसिद्ध कलाकार थी । अमृता का जीवनकाल मात्र 28 वर्ष का रहा उनकी कला क्रम के लिए समय तो ओर भी छोटा रहा किन्तु 7 वर्षो के दौरान अपने जिन कलाकृतिया का निर्माण किया वह आज संसार भर मे कला जगत की अनमोल धरोहर बन गई है ।
- अमृता सन 1921 ई0 मे भारत आई ओर 1929 तक वे शिमला मे रही ।
- अमृता दोबारा भारत जून 1924 ई0 को लौटी थी ।
- अमृता तीसरी बार भारत 1934 को लौटी थी ।
- 1921 मे अमृता शेरगिल का परिवार शिमला आई ओर वंहा से अमृता शेरगिल अध्ययन करने के लिए वर्ष 1924 मे अपनी माँ के साथ फ्लोरेन्स (इटली) चली गई । 16 वर्ष कि अवस्था मे वे अपने गंतव्य स्थान से पहले ग्रैंड चाउमिरे तथा बाद मे इकोल डिस आर्ट्स गई । अमृता ने पेरिस मे एक स्टुडियो कि स्थापना कि लेकिन कलाकार विवान सुंदरम (जो उनके भतीजे थे ) तथा भारतीय परंपरा उन्हे भारत कि तरफ खींच लाई । उनकी कृतियो मे थी। थ्री गर्ल्स ,ब्राइड्स टायलेट (दुल्हन के शौचालय ) तथा ब्रह्मचारी प्रसिद्ध है ।
- सन 1929 से 1934 तक अमृता ने पेरिस कला महाविध्यालय बियोक्स आर्ट्स कला की विधिवत शिक्षा ग्रहण की ओर प्रसिद्ध कला शिक्षक ल्यूसिन सिमोन के निर्देशन मे कार्य किया ।
- यूरोप भ्रमण के दौरान पिकासो ,ब्राक ,मातिस ओर गोंगवा के चित्रो से प्रेरणा ग्रहण की ।
- गोंगवा की ताहिती कला ने अमृता को सर्वाधिक प्रभावित किया।
- 1934 मे भारत लौटने पर शिमला के समीप ही समर हिल पर अपना छोटा सा स्टुडियो बना लिया ।
- वर्ष 1934 मे जब अमृता शेरगिल भारत आई तो उन्हे ‘’भारतीय लड्कीया’ नामक चित्र पर नई दिल्ली कि ऑल इंडिया फाइन आर्ट्स एंड क्रफ्ट्स सोसाइटी कि प्रदर्शिनी मे स्वर्ण पदक प्राप्त हुआ।
- वर्ष 1936 -37 के मध्य उन्होने समस्त भारत का पर्यटन किया ओर सर्वप्रथम उन्होने अजंता के विशाल तथा भव्य भित्ति चित्रो को देखा ओर भारतीय कला जीवन से प्रभावित हुई ।
अमृता शेरगिल से संबन्धित प्रश्न –
- अमृता शेरगिल के कार्य को किसने प्रोत्साहित किया
-यामिनी राय
- वह आधुनिक चितेरी ,जिनके चित्रो मे पाश्चात्य संयोजन एवं यथार्थवाद का प्रभाव है ।
-अमृता शेरगिल
- भारतीय विषयो को पाश्चात्य शैली के किसने चित्रित किया ।
-अमृता शेरगिल
- अमृता शेरगिल भारत कब अंतिम रूप से लौटी
-अप्रैल 1939 ई0 मे
- अमृता द्वारा भारत मे बनाई गई प्रथम पेंटिग का प्रदर्शन कब ओर कहा हुआ ।
-1935 ई0 मे शिमला फ़ाइन आर्ट्स सोसाइटी कि प्रदर्शिनी मे
- 1936 ई0 के नवंबर माह मे अमृता ने अपने चित्रो कि पहली एकल प्रदर्शिनी (भारत मे )कहा आयोजित कि ।
-मुंबई के प्रसिद्ध ताज होटल के मोरिशरूम मे
- अमृता शेरगिल के चित्रो कि प्रदर्शिनी ‘इलाहाबाद विश्वविध्यालय ‘प्रयागराज मे कब हुई थी
-2 फरवरी 1937 ई0 को
- अमृता शेरगिल कि प्रसिद्ध कृति ‘यंग गर्ल (1932 ई0 ऑइल ऑन कैनवास ,133*164 सेमी0 ) वर्तमान मे कहा सुरक्षित है
-नेशनल गैलरी ऑफ मॉडर्न आर्ट नई दिल्ली
- अमृता शेरगिल कि प्रसिद्ध तैल पेंटिंग ‘तीन महिलाए’ कहा सुरक्षित है
-राष्ट्रीय आधुनिक कला संग्रहालय ,नई दिल्ली
- ‘ईर्विन बक्टे ‘ (भारतीय संस्कृति के लेखक ) कोन थे ।
-अमृता शेरगिल के मामा
- किसे ‘अंग्रेज़ कवि बायरन का भारतीय संस्करण ‘ कहा जाता है ।
-अमृता शेरगिल को
- अमृता शेरगिल कि बहन का नाम क्या था ।
-इन्दिरा
- अमृता शेरगिल विवान सुंदरम कि रिश्ते मे क्या थी।
-मौसी
- अमृता शेरगिल मुख्य रूप से किस कलाकार से प्रभावित थी ।
-पाल गौगिन
- अमृता शेरगिल के सर्वाधिक 30 चित्र कहा सुरक्षित है ।
-राष्ट्रिय आधुनिक कला संग्रहालय नई दिल्ली
- अमृता शेरगिल ने अपना स्टुडियो कहा बनाया ।
-पेरिस मे
- दक्षिण भारत कि यात्रा के दौरान अमृता बंबई मे किससे मिली थी ।
-कार्ल खंडालवाला
- 22 नवंबर 2018 को भारत मे सुदबी कि पहली नीलामी मे अमृता शेरगिल कि कृति ‘’द लिटिल गर्ल इन ब्लू ‘ कुल कितने रुपये मे बिकी थी ।
-18.69 करोड़ मे ।
- अमृता शेरगिल कि पेंटिंग ‘इन द लेडीज एनक्लोजर ‘ सैफ्रन आर्ट द्वारा 13 जुलाई 2021 को कराई गई नीलामी मे कुल कितने रुपये मे बिकी
-37.8 करोड़ मे
- अमृता शेरगिल के कला गुरु कोन थे
-ल्यूसिन सिमोन
- अमृता शेरगिल का चित्रण माध्यम क्या था ।
-तैलरंग माध्यम
- अमृता शेरगिल फ्रांस कि प्रदर्शिनी मे किस चित्र से प्रसिद्ध हुई थी ।
-घड़ व युवतिया
- अमृता शेरगिल का उत्तराधिकारी चित्रकार कोन थे ।
-के.के. हेब्बर
अमृता द्वारा लिखी पुस्तके –
- आर्ट एंड एप्रिसिएसन
- इंडियन आर्ट टुडे
- ट्रेंड्स ऑफ आर्ट इन इंडिया
- वर्ष 1932 मे चित्र टोरेसों पर ग्रांद सेलों का पुरुस्कार एवं सम्मान प्राप्त हुआ ।
- इनके एकल चित्रो की प्रदर्शिनी इलाहाबाद मे हुई थी ।
- दीर्घकालिक अस्वस्थता के कारण अल्पायु मे लाहौर ,पाकिस्तान मे 5 दिसंबर 1941 को मृत्यु हो गई ।
- उन्हे मुगल व पहाड़ी कला सहित अजंता की विश्वविध्यालय कला ने भी प्रेरित – प्रभावित किया ।
- अमृता भारतीय मूल को जागृत करना चाहती थी । 1936 मे इन्होने अजंता का दौरा किया ,उनके चित्रण मे फिर से बदलाव आया । उन्होने लंबे चौड़े चित्रो की बजाए छोटे वास्तविक चित्रण का निर्माण प्रारम्भ किया । इस प्रकार उन्होने ‘’भारतीय चित्रकला ‘’ को भी एक नई दिशा देकर प्रभावित किया ।
- अमृता शेरगिल चित्र बनाने के साथ –साथ पियानो ओर वायलिन भी बजाती थी ।
- वर्ष 1938 मे वे हंगरी लौटकर अपने ममेरे भाई विक्टर इगन से विवाह किया ।
- पति पत्नी 3 वर्ष व्यतीत करने के बाद भारत लौटे उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के एक छोटे गाँव सरया मे निवास करने लगे ।
- अमृता शेरगिल के चित्रो मे विषाद कि झलक अधिक दिखाई पड़ती है । उनके चित्रो मे उदास ,दुखी ओर बड़ी बड़ी आंखे, खाली सीढ़िया ,दुबली पतली उंगलिया ,निराशा ओर खालीपन दिखता है ।
अमृता शेरगिल की प्रमुख चित्राकृतिया
- मदर इंडिया
- हिल मैन (पहाड़ी आदमी )
- हिल वुमेन (पहाड़ी औरत )
- तीन बहने (तैल चित्रण)
- पोट्रेट ऑफ माई फादर
- केले बेचते हुए
- हाट जाते हुए
- हाट बाजार
- गणेश पूजन
- ब्रह्मचारी
- टु वुमेन
- दी स्टोरी ऑफ टेलर
- हल्दी पिसती औरते
- सिख गायक
- विश्राम करती स्त्री
- हाथी का स्नान
- बालिका वधू
- त्रावनकोर के बालक
- स्त्रिया
- नील वसना इत्यादि
- बच्चे को गोद मे लिए साधारण औरत
- कहानी कहती हुई औरते
- ऊंट
- दो हाथी
अमृता शेरगिल का प्रिय रंग लाल था ।
अमृता का कथन –
मै रंगो को पूजती हूँ कला का संबंध आत्मा से है ,’’कलाकार के रूप मे भारत मे ही उनकी कर्मभूमि है ओर ऐसा लगता है कि भारत मे ही काम कर सकूँगी ‘’
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