अब्दुर रहमान चुगताई Abdur Rahman Chugtai
अब्दुर रहमान चुगताई का जन्म 21 सितंबर 1897 ई0 को पाकिस्तान लाहौर मे हुआ था।
आरंभ मे इन्होने कला शिक्षा उस्ताद मीर बक्श से ली थी । बाद मे कला की शिक्षा अवनींद्रनाथ टैगोर के सानिध्य मे कलकत्ता स्कूल ऑफ आर्ट से ली ।
अब्दुर रहमान चुगताई मध्यकालीन विषय –वस्तु को सुंदर रेखांकन ओर मोहक रंग विन्यास द्वारा चित्रित करने मे सीधस्त थे । हिन्दू कथाओ तथा पौराणिक विषयो को चरित्र प्रधान शैली द्वारा मूर्तिमान करने कि कुशलता ओर प्रतिभा को विश्व के प्रख्यात कला –आलोचको ने सराहा है ओर उन्हे ‘रंगो का सम्राट’ कहा है उनकी कला मे भारतीय तथा फारसी तत्वो का सुंदर समन्वय हुआ है । आकृतिया रेखा प्रधान ,कलात्मक ,नाजुकपन लिए हुए तथा आलंकारिक है । इनकी शैली सहज तथा स्पष्ट है, ओर उसमे एक स्वाभाविक सरलता है । उनके रूप डिज़ाइन की दृष्टि से पूर्ण है । रेखाओ मे कोमल प्रवाह है ओर नारी आकृतियो के वस्त्रो तथा अलंकरणों मे अनश्वर आकर्षण है नीले तथा सिंदूरी रंग की महीन रेखाओ के द्वारा श्वेत भूमि पर प्रेम तथा उत्तेजना का संसार सर्जित कर देते है । उनके होली शीर्षक चित्र मे प्रेमियो की रंग क्रीडा को सौंदर्य तथा लावण्ययुक्त रेखाओ की विधि से प्रस्तुत किया गया है ।
अब्दुर रहमान चुगताई पर बंगाल शैली का प्रभाव रहा ।
अब्दुर रहमान चुगताई ने सन 1940 ई0 मे कला की शिक्षा कहा से ली थी ओर बाद मे उन्हे उसी कला विध्यालय मे नियुक्त किया गया –मेयो स्कूल ऑफ आर्ट, लाहौर
अब्दुररहमान चुगताई को पाकिस्तान का प्रथम राष्ट्रीय कलाकार माना जाता है ।
इन्हे दक्षिण एशिया का पहला आधुनिक मुस्लिम कलाकार ओर पाकिस्तान का प्रथम राष्ट्रीय कलाकार माना जाता है ।
रंगो का सम्राट अब्दुररहमान चुगताई को कहा जाता है । इसके अतिरिक्त इन्होने एचिंग ,डिज़ाइनिंग, आर्किटेक्चर, कैलिग्राफी ,फोटोग्राफी, टैक्स्टाइल डिज़ाइनिंग, लिथोग्राफी मे भी कार्य किया है ।
अब्दुररहमान चुगताई ने उकील बंधुओ से प्रभावित थे। उन्होने उकील बंधुओ से वॉश तकनीक की पेंटिंग सीखी ।
चुगताई ने मुरक्का ए चुगताई ,नक्शा ए चुगताई ,चुगताई की पेंटिंग पुस्तकों को प्रकाशित किया ।
पाकिस्तान टेलीविज़न कोरपोराशन के लिए लोगो डिज़ाइन तैयार किया । 1961 मे पाकिस्तान की स्वतन्त्रता के अवसर पर उन्होने 5 स्टाम्प टिकट के सेट तैयार किए जिसे चुगताई आर्ट सेट नाम से भी जाना जाता है ।
सन 1934 को ब्रिटिश अंग्रेज़ सरकार के द्वारा खान बहादुर का पुरुस्कार दिया गया ।
सन 1960 मे पाकिस्तानी के हिलाल –ए-इम्तियाज़ तथा सन 1968 मे प्राइड ऑफ परफ़ोर्मेंस के लिए राष्ट्रपति पदक मिला
अब्दुर रहमान चुगताई की प्रमुख चित्र आकृतिया
- विरहणी राधिका –
- सहारा की राजकुमारी
- जंगल मे लैला
- राधा कृष्ण
- होली
- हिरामन तोता (कागज पर वॉश व टेम्परा )
- अनारकली
- शहजादा सलीम
- युवा साधू
- दी बॉन्ड ऑफ लव
- योद्धा पुत्र
- कवि (तुलसीदास)
- बहने
- बुझी हुई लौ
- गीत की भेंट
- जीवन जाल
- सन्यासी
अब्दुर रहमान चुगताई से संबन्धित प्रश्न –
- अपने चित्रो मे कैलिग्राफिक लाइन (सुलेखीय रेखा) का प्रयोग किसने किया
-अब्दुर रहमान चुगताई
अब्दुररहमान चुगताई का चित्र ‘होली (कागज पर वॉश व टेम्परा ) कहा सुरक्षित है ।
-राष्ट्रीय आधुनिक कला संग्रहालय , नई दिल्ली
- अब्दुररहमान चुगताई की शैली को कहा जाता है ।
-चुगताई शैली
- अब्दुररहमान चुगताई के चित्रो पर किसका प्रभाव दिखाई पड़ता है ।
-‘मुगल लघु चित्रकला’ आर्ट नुवों’ तथा ‘इस्लामिक –ईरानी कला’
- अब्दुररहमान चुगताई का प्रसिद्ध चित्र विरहणी राधिका अथवा ‘ग्लूमी राधिका’ (वॉश ओर टेम्परा ) कहा सुरक्षित है ।
-राष्ट्रीय आधुनिक कला संग्रहालय ,नई दिल्ली
- किसे ‘रंगो का सम्राट’ कहा जाता है ।
-अब्दुर रहमान चुगताई को
- अब्दुररहमान चुगताई की एक प्रारम्भिक कृति ‘जंहाआरा ओर ताज’ पर अवनींद्रनाथ के किस चित्र का प्रभाव है ।
-शाहजंहा के अंतिम दिन
- ‘मुहम्मद अब्दुररहमान चुगताई ने ‘राधिका’ शीर्षक चित्र को किस माध्यम मे बनाया था ।
-टेम्परा ओर वॉश
- अब्दुररहमान चुगताई ने अपनी कुल कितनी पुस्तकों को प्रकाशित किया ।
-तीन (1) मुरक्का –ए-चुगताई (1927) (2) नक्काश-ए-चुगताई (1935) (3) चुगताई की पेंटिग (1940)
- अब्दुर रहमान चुगताई के करियर का सबसे महत्वपूर्ण कार्य था ।
-मुरक्का –ए-चुगताई (यह मिर्जा गालिब के उर्दू कविताओ का सचित्र संस्करण है )
- अब्दुररहमान चुगताई की लोकप्रियता के अन्य कारण है ।
-पाकिस्तानी टेलीविज़न व रेडियो के लिए लोगो तैयार करना तथा अनारकली नाटक के लिए पर्दे पर अनारकली की पेंटिंग बनाना
- किस कलाकार के प्रशंसक ‘पिकासो’ व एलिज़ाबेथ द्वितीय रही ।
-अब्दुर रहमान चुगताई
- किस कलाकार को 1959 ई0 मे पाकिस्तान के प्रतिष्ठित ‘हिलाल इम्तियाज़’ सम्मान से सम्मानित किया गया ।
-अब्दुर रहमान चुगताई