एस. एच. रजा S. H. Raja
एस. एच. रजा का पूरा नाम (सैय्यद हैदर रजा )
एस. एच. रजा का जन्म 22 जनवरी 1922 को मध्यप्रदेश के मंडला जिले के बवरिया नामक ग्राम मे हुआ था ।
एस. एच. रजा की शिक्षा सर जे0जे0 स्कूल ऑफ आर्ट मुंबई मे प्राप्त किए थे ।
एस. एच. रजा के प्रारम्भिक कला गुरु ओठेले थे ।
पैग ग्रुप के एस. एच. रजा कलाकार को बिंदुवादी कलाकार कहा जाता है ।
रजा अपनी कला की शुरुआत दृश्य कला से किया था ।
एस. एच. रजा की पेंटिंग बिन्दु बीज मंत्र 68 लाख मे बिकी थी ।
एस. एच. रजा का चित्र चंद राम चाँदनी ने राजपूताना नामक चित्र को 1 करोड़ मे खरीदा था ।
रजा की आत्मा कथा आत्मा की ताप नाम है ।
‘बिन्दु’ चित्र शृंखला एस. एच. रजा ने बनाई ।
‘बिन्दु’ (1981 ई0 कैनवास पर एक्रेलिक, संग्रह ललित कला अकादमी ) प्रगतिवादी समूह एस. एच. रजा चित्रकार द्वारा बनाया है ।
रजा के बिन्दु प्रतीक अद्वितीय ऊर्जा के है ।
रजा ने वर्ष 2000 के बाद ‘कुंडलिनी’, ‘नाग’ ओर ‘महाभारत’ इत्यादि ।
‘कुंडलिनी’ (2001 )चित्र रजा ने कैनवास पर एक्रेलिक माध्यम मे बनाया था ।
अंकुरण’ नामक चित्र एस. एच. रजा ने बनाया था ।
रजा के ‘’सिटिस्केप’’ तथा ‘’बारामुला एन रूइन्स’’ चित्र भारत के विभाजन व मुंबई के दंगो मे मुसलमानो के उत्पीड़न के दौरान प्रकट होने वाले उनके दुख तथा पीड़ा को दर्शाते है।
प्रसिद्ध चित्र ‘हॉट दे केग्नेस’ (1951) कागज पर गुआचे एस. एच. रजा का है ।
रजा ने ‘ब्लैक सन’ (1953) चित्र कागज पर गुआचे माध्यम मे बनाया ।
रजा का चित्र ‘ट्री’ (1994) कैनवास पर एक्रेलिक माध्यम मे है ।
एस. एच. रजा कलाकार ने युवाओ को कला मे प्रोत्साहन देने हेतु भारत मे ‘रजा फाउंडेशन’ की स्थापना की ।
रजा का विवाह जानीन मोंजिला से हुआ था ।
‘जानीन मोंजिला’ रजा की छात्र –मित्र थी।
‘जानीन मोंजिला’ मूर्तिकार रूप मे प्रसिद्ध थी।
‘एस. एच. रजा दृश्य चित्रकार थे।
14 जुलाई 2015 ई0 को रजा को भारतीय कलाकार को फ्रांस का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘लीजन ऑफ ऑनर’ प्रदान किया गया ।
रजा को ‘पदमश्री 1981 ई0 तथा ‘पदमभूषण’ 2007 ई0 मे सम्मानित किया गया ।
वर्ष 2013 ई0 मे एस. एच. रजा कलाकार को पदमभूषण से सम्मानित किया गया ।
‘सौराष्ट्र’ एस. एच. रजा की प्रसिद्ध पेंटिंग है ।
10 जून, 2010 को रजा की पेंटिंग ‘सौराष्ट्र’ क्रिस्टी की नीलामी मे 16.42 करोड़ रुपये मे (जिसे किरण नादर ने खरीदा था)
2014 की क्रिस्टी नीलामी मे रजा की पेंटिंग ‘ला टेरे ‘ 18.61 करोड़ मे व ‘चर्च एट म्यूलान’ 2.03 करोड़ मे बिकी थी ।
सुदबी ने रजा की पेंटिंग ‘तपोवन’ (1972 ई0 बनी )147200 डॉलर मे बेची थी ।
‘राजस्थान (1973 ई0 , कैनवास पर एक्रेलिक ) चित्र एस. एच. रजा का है ।
एस. एच. रजा कैनवास पर एक्रेलिक रंगो से ‘संसार’ (1994) नामक चित्र को चित्रित किया ।
वर्ष 2001 का ‘तनाव’ (कैनवास पर एक्रेलिक ) चित्र एस. एच. रजा का है ।
फ्रांस का ‘प्रिक्स डे ला क्रिटिक’ पुरुस्कार पाने वाले प्रथम भारतीय एस. एच. रजा कलाकार थे ।
एस. एच. रजा द्वारा चित्रित प्रसिद्ध चित्र ‘तृष्णा’ क्रिस्टी द्वारा नीलाम किया गया था ।
‘प्रकृति’ (2000 ई0 , कैनवास पर एक्रेलिक ) चित्र एस. एच. रजा है ।
विख्यात चित्र एम्मानेन्स /भारत (1990) जो की कैनवास पर एक्रेलिक रंगो मे बना 160*80 सेमी0 आकार का है , के चित्रकार एस. एच. रजा है ।
रजा की आखरी कृति ‘स्वसित’ (100*100 आकार के कैनवास पर बनी एक्रेलिक पेंटिंग)
23 जुलाई, 2016 को 94 वर्ष की उम्र मे एस. एच. रजा महान भारतीय कलाकार का निधन दिल्ली मे हो गया ।
एस. एच. रजा के प्रसिद्ध के चित्र –
- संसार (1984)
- सेरीग्राफ
- चौपाटी
- राजस्थान चित्र शृंखला
- आज कश्मीर की एक गली
- पतझड़
- झेलम
- प्रकृति (2020)
- ओएसिस (1975)
- जल (1986)
- नाद बिन्दु (1994)
- इनओडिबल साउंड
- बिन्दु
- आज
- जमीन
- अम्बर
- ग्रीष्म आवास
- विलाप
- कश्मीर की एक गली
- राजस्थान की चित्र शृंखला