ए. रामचंद्रन A .Ramchandran
‘अच्युतन रामचंद्रन नायर’ जिसे ए. रामचंद्रन के नाम से जाना जाता है , एक भारतीय चित्रकार है इनका जन्म 1935 ई0 मे केरल के अटींगल मे हुआ था ।
‘ए. रामचंद्रन ययाति शृंखला’ (संध्या) , 1986 ई0 कैनवास पर तैल संग्रह वडोदरा आर्ट गैलरी नई दिल्ली मे है ।
ए. रामचंद्रन ने कला की शिक्षा 1961 ई0 मे कला भवन शांतिनिकेतन से रामकिंकर बैज ओर विनोद बिहारी मुखर्जी के सानिध्य मे प्राप्त किया था ।
1965 ई0 मे ए. रामचंद्रन कला शिक्षा मे एक व्याख्यात के रूप मे जामिया मिलिया इस्लामिया मे नियुक्त किए गए ।
ए. रामचंद्रन नंदलाल बसु चित्रकार से प्रभावित थे ।
ए. रामचंद्रन ने अपनी प्रथम एक प्रदर्शिनी 1960 ई0 किए थे ।
डाक विभाग के अनेक टिकटों का डिजाइन ए. रामचंद्रन ने किया था ।
ए. रामचंद्रन जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविध्यालय, नई दिल्ली मे चित्रकला के प्रोफेसर तथा विभागाध्यक्ष रहे।
ए. रामचंद्रन को ललित कला अकादमी नई दिल्ली द्वारा राष्ट्रीय पुरुस्कार प्राप्त हुआ था ।
ए. रामचंद्रन चित्रकार ,मूर्तिकार तथा भित्ति चित्रकार थे ।
ए. रामचंद्रन का विवाह तान युवान चमेली (चीनी महिला) के साथ हुआ था ।
एक चित्रकार एक रूप मे ए. रामचंद्रन की वास्तविक ख्याति उनकी कृति मास्टरपीस म्यूरल ‘ययाति’ (1986) ई0 से हुई थी ।
‘ययाति विशाल भित्तिचित्र का आकार 60 फिट लंबाई ओर 7 फिट चौड़ाई है
ययाति कृति (1986 ई0 , कैनवास पर तैल रंग ) मे कुल 13 (सभी कांस्य मूर्तिया ) मूर्तिशिल्प है
ययाति कलाकृति को 1986 ई0 मे दिल्ली के वेदरा आर्ट गैलरी मे प्रदर्शित किया गया ।
ययाति (संध्या) महाभारत से संबन्धित है ।
ए. रामचंद्रन ने तमिलनाडू के चेन्नई के पास श्रीपेरबूदुर मे राजीव गांधी मेमोरियल मे एक ग्रेनाइट बेस- रिलीफ़ ( 20 फिट ऊंची) मूर्ति को 2003 मे पूरा किया गया।
ए. रामचंद्रन कलाकार ने केरल स्थित मंदिरो की मूर्तियो पर व्यापक अध्ययन व लेखन किया ।
केरल, अजंता के भित्तिचित्रों के अलावा ए. रामचंद्रन के चित्रो पर मैक्सिको के ओरोस्को, रिवेरा ओर सिकेरोस कलाकारो का प्रभाव है ।
ए. रामचंद्रन पर अभिव्यंजनवाद का प्रभाव है ।
विशाल कैनवास पर अंकित चित्र ‘काली पूजा’ (1972) तथा ‘कब्र खोदने वाले’ (1977) ए. रामचंद्रन का है ।
‘पोखरण’ (राजस्थान) के परमाणु विस्फोट से आहत ए. रामचंद्रन ने 1975 ई0 मे रागिनी चित्र शृंखला को तैयार किया था ।
रंगकर्मी ओर कला मर्मज्ञ इब्राहिम अल्काजी के विशेष आग्रह पर उनके लिए ए. रामचंद्रन ने भित्तिचित्र बनाए थे ।
ए. रामचंद्रन कलाकार ने राजस्थान की घुमक्कड़ जाति ‘गौडिया लोहार’ के स्त्री-पुरुषो के अनगिनत स्केच बनाए थे ।
युवावस्था मे पेशेवर गायक के रूप मे ए. रामचंद्रन कलाकार काम कर चुका है ।
ए. रामचंद्रन ‘आकाशवाणी तिरुवन्तपुरम’ मे गायक के रूप मे अपनी प्रतिभा को उजागर किया ।
रामचंद्रन की जापानी गुरु फुको अकीनों थी ।
1962 ई0 मे शांतिनिकेतन मे विजिटिंग प्रोफेसर के रूप मे फूकों अकीनों आई थी ।
2003 ई0 मे ए. रामचंद्रन कलाकार ने अपना प्रसिद्ध चित्र ‘लोटस पौण्ड’ निर्मित किया ।
ए. रामचंद्रन के चित्रो का संग्रह –
- नेशनल गैलरी ऑफ मॉडर्न आर्ट नई दिल्ली मे
- ललित कला अकादमी नई दिल्ली मे
- चंडीगढ़ संग्रहालय मे
- भारत भवन भोपाल
ए. रामचंद्रन के प्रसिद्ध चित्र –
- ययाति
- हन्ना एंड गोट्स
- पोट्रेट ऑफ यमुना
- कंचन ट्री एंड ड्रेगोंफ़्लाइज़
- चमेलियोन एंड द बटरफ्लाई
- ग्रीन लोटस पौण्ड
- इंडियन रेजरेकशन
- एनकाउंटर
- उर्वसी एंड पुरुरवा
- दि चेज़
- क्रिश्चियन
- मशीन
- काली पूजा
- न्यूक्लियर रागिनीज़ एंड ऑफ दि यादवाज़