के.जी. सुब्रमण्यम K.G. Subramanyam
के.जी. सुब्रमण्यम जन्म 15 फरवरी 1924 ई0 को केरल के कुथुपरंबा मे हुआ था ।
के.जी. सुब्रमण्यम का पूरा नाम कलपति गणपति सुब्रमण्यम
के.जी. सुब्रमण्यम चित्रकार गांधीवाद विचारधारा के लिए जाने जाते है
वर्ष 1943 ई0 मे के.जी. सुब्रमण्यम कलाकार को भारत छोड़ो आंदोलन मे भाग लेने के कारण 6 महीने को सजा मिली थी ।
प्रेसिडेंट कॉलेज से अर्थशास्त्र मे स्नातक की डिग्री लेने के पश्चात कला भवन शांति निकेतन से के.जी. सुब्रमण्यम ने स्नातक किया।
1944-48 ई0 के मध्य मे के.जी. सुब्रमण्यम ने कला शिक्षा शांतिनिकेतन के कला भवन से नंदलाल बॉस , विनोद बिहारी मुखर्जी व रामकिंकर बैज के सानिध्य मे ग्रहण किया ।
1947 ई0 मे जब विनोद बिहारी मुखर्जी शांति निकेतन के हिन्दी भवन मे अपना प्रसिद्ध म्यूरल बना रहे थे तो के.जी. सुब्रमण्यम ने उनका सहयोग पर कुछ आकृतीया को निर्मित किया था ।
के.जी. सुब्रमण्यम ने अपना म्यूरल थ्री मिथोलोजिकल गौडसेज (1988)कलाभवन शांति निकेतन मे निर्मित किया था ।
के.जी. सुब्रमण्यम के कलागुरु नंदलाल बॉस , विनोद बिहारी मुखर्जी थे ।
के.जी. सुब्रमण्यम रवीन्द्रनाथ भारती विश्व विध्यालय से डी0 लिट0 की उपाधि प्राप्त किए थे ।
के.जी. सुब्रमण्यम का उपनाम मनीदा था ।
मनीदा को शंक फेलर स्कालर शिप 1966 ई0 मे प्राप्त हुआ था । ‘
के.जी. सुब्रमण्यम मूर्तिकार ,चित्रकार, डिजाइनर,भित्ति चित्रकार , विचारक कलाओ मे सिद्धहस्त है ।
के.जी. सुब्रमण्यम ने खाकी चित्र शृंखला के.जी. सुब्रमण्यम ने बनाया था ।
वर्ष 1951 ई0 मे के.जी. सुब्रमण्यम बड़ौदा के एम0एस0 यूनिवर्सिटी के ललित कला संकाय विश्वविध्यालय मे व्याख्यता बनाए गए ।
1980 ई0 मे के.जी. सुब्रमण्यम शांति निकेतन के कला भवन मे प्रोफेसर के रूप मे नियुक्त किए गए जिसे उन्होने 1989 ई0 तक सेवानिवृत्त होने तक जारी रखा ।
के.जी. सुब्रमण्यम कलाकार मुविंग फोकस पुस्तक को प्रकाशित किया था । ‘
शांति निकेतन मे मनीदा ओर मुखर्जी म्यूरल चित्र 1948 ई0 बनाए थे ।
के.जी. सुब्रमण्यम एम0एस0 विश्व विध्यालय मे प्रोफेसर ओर डीन थे ।
‘के.जी. सुब्रमण्यम साओ पाओलो मे कला प्रदर्शिनी 1961 ई0 मे आयोजित किए ।
के.जी. सुब्रमण्यम घनवाद से प्रभावित थे ।
के.जी. सुब्रमण्यम चीन की यात्रा 1985 ई0 किया था
खाकी चित्र शृंखला के.जी. सुब्रमण्यम का है ।
पुसेरा पल्ली 3 परियो की कहानी को एक्रेलिक शीट पर रिवर्स पेंटिंग की तकनीक की मदद से के.जी. सुब्रमण्यम ने चित्रित किया था ।
खिड़की (कागज पर सिल्क) के.जी. सुब्रमण्यम की कृति है ।
1974 से 1976 ई0 के बीच के.जी. सुब्रमण्यम क्राफ्ट्स काउंसिल ऑफ इंडिया के अध्यक्ष रहे ।
के.जी. सुब्रमण्यम ने चित्रण धरातल के रूप मे कैनवास के स्थान पर एक्रेलिक शीट ओर प्लास्टिक शीटों का प्रयोग अधिक किया ।
फेअरी टेल्ज़ ऑफ पूर्वपल्ली’ (एक्रेलिक शीट पर मिश्रित माध्यम) पेंटिंग के.जी. सुब्रमण्यम की है ।
के.जी. सुब्रमण्यम को पदमश्री, 1975
पदमभूषण’ 2006
पदमविभूषण 2012 ई0 मे सम्मान मिला ।
‘गुलाबी औरत , नीला आदमी’ (1980ई0 एक्रेलिक शीट पर तैल रंग) के चित्रकार के.जी. सुब्रमण्यम है ।
‘फेअरी टेल्ज़ फ़्रोम पूर्वपल्ली’ (1986 ई0 एक्रेलिक शीट पर जल व तैल रंग ) के चित्रकार के.जी. सुब्रमण्यम है ।
के.जी. सुब्रमण्यम का चित्र ‘मशरूम ग्रोथ’ (1970 ई0 तैल) ललित कला अकादमी नई दिल्ली संग्रह मे है ।
के.जी. सुब्रमण्यम का चित्र द किंग ऑफ डार्क चैंबर 1962-63 ई0 मे रविन्दरालय रंगशाला (लखनऊ) मे बना है ।
हैदराबाद के प्रसिद्ध कलाकार लक्ष्मा गौड़ के वर्ष 1969 ई0 मे नई दिल्ली के गांधी दर्शन म्यूरल मे उनके सहयोगी के.जी. सुब्रमण्यम थे ।
वर्ष 1962 से 1963 ई0 के मध्य लखनऊ स्थित रवीन्द्रनाथ रंगशाला के बाहरी हिस्से पर अपना बड़ा व विख्यात म्यूरल ‘किंग ऑफ द चैंबर्स’ (81 फिट लंबा 5 फिट ऊंचा तथा 13000 टेराकोटा टाइलों की मदद से निर्मित ) के.जी. सुब्रमण्यम ने बनाया था ।
के.जी. सुब्रमण्यम पर मातिस का प्रभाव था ।
के.जी. सुब्रमण्यम टेराकोटा रिलीफ़ के लिए जाने जाते है ।
के.जी. सुब्रमण्यम द्वारा लिखी गई प्रसिद्ध पुस्तके –
- मुविंग फोकस भारतीय कला पर निबंध (1978 ई0 )
- द लिविंग ट्रेडीशन (1987 ई0 )
- द क्रिएटिव सरक्यूट (1992 ई0 )
- द मैजिक ऑफ मेकिंग एस्से ऑन आर्ट एंड कल्चर (2007 ई0 )
के.जी. सुब्रमण्यम की मृत्यु 29 जून 2016 को बड़ौदा मे हुई थी ।
के.जी. सुब्रमण्यम को पुरुस्कार –
- 1957-1959 ई0 बॉम्बे आर्ट सोसाइटी द्वारा ।
- सन 1961 ई0 मे महाराष्ट्र राज्य की प्रदर्शिनी मे प्रथम पुरुस्कार
- सन 1961 ई0 साओ पाओलो ब्राज़ील द्वारा विशिष्ट सम्मान पदक
- सन 1965 ई0 मे ललित कला अकादमी फ़ेलो निर्वाचित हुए ।
- 1955 -56 -76 ई0 मे ज्योति लिमिटेड बड़ौदा मे भित्ति चित्र बनाए ।
- 1963 ई0 रवीन्द्रनाथ लखनऊ मे भित्ति चित्रण किया ।
- 1964-65 ई0 मे भारतीय मण्डप न्यूयॉर्क विश्व मेला भित्ति चित्र बनाए ।
- 1964 ई0 मे ललित कला अकादमी बड़ौदा मे भित्ति चित्र बनाए थे ।
- 1969 ई0 मेरे सपनों का भारत मण्डप गांधी दर्शन, नई दिल्ली मे भित्ति चित्र
के.जी. सुब्रमण्यम के प्रसिद्ध चित्र –
- स्टिल लाइफ विद टर्निंग वुमन
- पाट्स ऑफ क्लावर एंड डाग्स
- वार्डरोब ड्रामा
- बांग्लादेश शृंखला
- फेअरी टेल्ज़ फ़्रोम पूर्वपल्ली’
- गुलाबी औरत
- नीला आदमी
के.जी. सुब्रमण्यम को दिये गए अवार्ड –
- सन 1975 ई0 मेपदम श्री
- सन 1981 ई0 मे कालिदास सम्मान
- सन 2012 ई0 मेपदम विभूषण
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