छापा कला क्या है ?,छापाकला का विकास कब से प्रारम्भ हुआ,छापा कला कितने प्रकार की है ,मूर्तिकला (मूर्ति बनाने के विधिया

आइये आज हम जानेंगे छापा कला के बारे मे जो बहुत पहले की प्रिंटिंग प्रक्रिया थी जो की अलग -अलग  प्रकार से होती थी ।  तथा इनकी खोज कैसे हुई । 

छापा कला क्या है ?

छापा चित्रण क्या है ?

छापाकला लकड़ी के टुकड़ो पर अनेक प्रकार की कलाओ को उकेरकर किसी पेपर पर छापना छापाकला कहलाती है जिसके अलग अलग प्रकार है

प्रागैतिहासिक काल

छापाकला का विकास कब से प्रारम्भ हुआ ?

प्रागैतिहासिक काल

सर्वप्रथम  चीन ने लकड़ी के ठप्पे से छपाई शुरू हुई 8 वीं0 शताब्दी मे उभार सतह द्वारा मुद्रण का बहुत विकास हुआ

868 मे छापी गई पाण्डुलिपि – हरिकसूत्र इनका  श्रेष्ठ उदाहरण है

भारत म सर्वप्रथम प्रिंटिंग प्रैस की स्थापना  गोवा मे 1556 मे पुर्तगालियों द्वारा हुई थी

प्रिंटिंग प्रेस की खोज  ”जॉन गुटेनबर्ग ” (जर्मनी ) ने 1450 मे की थी

भारतीय द्वारा प्रथम प्रमाण ”अनुधोमोंगल” पुस्तक रामचन्द्र राय चित्रण मुद्रण भी हुई बंगाली पुस्तक 1816 मे

 

 छापा कला कितने  प्रकार की है ?

छापा कला तकनीक  तीन भागो मे बटी हुई है

1 उभार सतह  (relief method)     2 अंतः सतह (integlio method )   3 समतल सतह (plainography method )

 

1 उभार सतह –

1 वूडकट

2 लीनोकट

3 स्क्रेपर बोर्ड माध्य

2 अंत सतह (integlio method )

1 etching (अम्लांकन )

2 metal engraving (धातु उत्कीर्णन )

3 drypoint

4 aquatint

5 mezzotint

3 समतल सतह (plainography method )

1 लिथोग्राफी

        1   उभार सतह (Relief Method )

1 वूडकट –

 छापा प्रकाश नहीं है
वूड इंग्रेविंग  – छापा प्रकाश होता है
नालिया  – u या v  आकार की होती है
ब्लॉक – अनुप्रस्थ काष्ठ वाले  सर्वोत्त्म माना जाता है
होलिका के पेड़ से प्राप्त किया जाता है ।
इसकी मोटाई 1 या 2 इंच (ब्लॉक )होती है
method –
इसमे जो सतह छापनी  होती है उसे गहरा खोद देते है ओर उभरे हुए भाग पर इंक लगाकर प्रिंट लेते है
1 स्केचिंग – पहले ब्लॉक पर स्केच कर लेते है
2 फिर carving (उकेरते ) करते है फिर इंक लगाते है जो रोलर के माध्यम से लगाते है  फिर पेपर  पर प्रिंटिंग कर देते है ।
विधि – स्केचिंग , कारविंग , इंक , प्रिंटिंग
औज़ार – रोलर (ब्रेयर ) , burin ,grever ,gauge (गेज ) उभार सतह यूज करते है

लीनोकट –

  लीनोकट दो प्रकार के है 1 रबर पॉलीमर    2 चमड़ा (सबसे अच्छा )
औज़ार –  कर्तन यंत्र , डैपर , v आकार के औज़ार , गेज

3 स्क्रेपर बोर्ड –

 ये एक विशेष प्रकार का बोर्ड होता है  जिसमे चीनी मिट्टी की परत होती है
इसमे खुदाई के लिए तेज धार वाले औज़ार की जरूरत होती है
जिसमे –                  hard  roller
                            hand madepaper
                            cartridge paper

     2 . अंतः सतह (integlio method )

इसका विकास 14 वीं शताब्दी मे जर्मनी मे हुआ था
सियाही वाले भाग को खोदा जाता है मुलायम रोलर के माध्यम से सियाही खुदी रेखाओ  तक पहुँचाते है ।
ऊपरी सतह को सूती कपड़े से साफ़ कर लेते है

1.  etching (अम्लांकन )-

  इसमे धातु  की प्लेट की पीछली सतह पर ओर किनारो पर स्टांपिंग आउट वार्निश (अम्ल रोधक ) का प्रयोग करते है ।
  •  अम्लांकन भाग को छोड़ के सब जगह अम्ल रोधक का प्रयोग करके प्लेट को वाश (नाइट्रिक एसिड या आयरन पर क्लोराइड ) भी डालते है ।  (1:2 , एसिड ओर पानी )
  • जिंक प्लेट तथा कॉपर प्लेट के etching के लिए नाइट्रिक एसिड का प्रयोग करते है
  • एल्युमिनियम प्लेट के लिए कास्टिक सोडा का प्रयोग करते है
इस  प्लेट की मोटाई  16/18 गेज की होनी चाहिए
  • प्रोसेस –   स्टांपिंग आउट वार्निश , etching  , इंकिंग , प्रिंटिंग

2.  धातु उत्कीर्णन   (metal engraving )-

 सबसे पहले एक लंबी चादर लेते है (16/18 गेज ) लगभग 1 सेमी0 चादर को नौसादर (अमोनिया ) या खड़िया  मिट्टी के घोल से साफ करते है इसकी सतह पर ground बनाते है ground  बनता है  – डामर (अस्फाल्टम ) व मोम के मिश्रण से तैयार होता  है
औज़ार – बर्निसर या घोटनी , स्क्रेपर , (खुरचनी ) , धातु को काटने के लिए अन्य औज़ार
प्रोसेस –
ground , engraving ,  inking , printing

     3.    Aquatint   –

  • इसकी खोज सर्वप्रथम 1768 मे जीन बैंटिस्ट सी0 प्रिंस (फ्रांसीसी ) कलाकार ने aquatint की खोज की थी ।
  •  plate dust box मे रखकर रेजिंग के dust का छिडकाव  करते है ।
  • ग्राउंड बनाने के बाद plate को गर्म करते है , शेष काम अम्लांकन से करते है ।
note – रेजिग की जगह कभी -कभी सल्फर या डामर का प्रयोग भी करते है ।
प्रोसेस –
 रेजिंग के dust का अम्लांकन , inking , printing
गहरे से हल्के रंग मे जाते है ।

     4.  Mezzotint –

 प्रोसेस – पहले etching करेंगे फिर रोकर ,ground ,inking ,  printing
सही क्रम प्रोसेस  –
etching,ground ,inking ,  printing
औज़ार –   रोलेट , रोकर , स्क्रेपर
हल्के से गहरे रंग मे जाते है

5  Drypoint

 औज़ार –  scribar , (खुदाई के लिए )
                  स्क्रेपर (इसमे बर काटे जाते है )
प्रोसेस  क्रम –
 drawing – engraving – inking – printing

 3 . समतल सतह (plainography method )

लिथोग्राफी को अलग अलग किया गया है
                                       Lithography
1.  Litho    (पत्थर )        2 . Graphy  (रेखांकन )
इसकी खोज अलायसेन  फेल्डर (बवेरिया जर्मनी ) ने   1798 मे ओर नामकर एच0 वेक्स ने 1813 मे कि थी ।
 भारत मे मुद्रण का प्रारम्भ – 1922 कलकत्ता मे हुआ था ।
 1 Carborundum powder (रेत ओर लोहे का मिश्रण )
2 Levigataor
3  Arebic  gum   (बबूल का पेड़ ) कीकर
4 तुशों
5 Talcum powder
6 Roller ब्रेयर
7 सरेस (लेप )
 8  वाश आउट सलूशन नाइट्रिक एसिड युक्त

                बवेरिया शीला (पत्थर )

1 कुछ पीला पत्थर                     2 भूरे रंग का पत्थर
प्रोसेस –
1 Carborundum powder
2 levigator
3 crayon drawing
4 talcum powder
5 arebic gum
6 वाश आउट  सलुशन नाइट्रिक एसिड युक्त
7 inking
8 printing

मूर्तिकला  (मूर्ति बनाने के विधिया  )

मूर्तिकला क्या है ?

मूर्ति कला किसी भी माध्यम मे जैसे  हाथी दाँत ,लकड़ी , पत्थर मिट्टी , सीप , आदि से आकृति बनाते है इसको हम पीटकर , खोदकर , साँचे मे ,तराशकर कई विधियो से बनाते है
 ये त्रियायमी होती है । इसमे कई तकनीक ओर माध्यम का प्रयोग किया जाता है ।
 चित्रकला द्वियायमी होती है
बाहुबली गोमतेश्वर मूर्ति कर्नाटक के श्रावणबेलगोला मे है ।
 जैन धर्म ऋषभदेव के पुत्र है ये मूर्ति एकशमक मे बनी है ।  गंगवंश के राजा राजमल ओर उनके पुत्र सेनापति चामुंडराय ने बनवाई थी

मूर्ति के कितने  रूप  होते है ?

 मूर्ति के दो रूप होते है
1 छवि रूप ( विष्णु जी की आधिकांश  मूर्तिया है )
2.  प्रतिकात्मक रूप  (शिव जी की अधिकांश मूर्तिया है )

 मूर्तिया बनाने की कितनी  विधिया होती है ?

1. टेराकोटा
2. कांस्य ढलाई  ( Bronze casting )
3. साँचा विधि (mould method )
4. फाइबर (fibre/fiber casting )
5.   पत्थर की  (stone carving )
6.  सीमेंट (cement casting )

 1. टेराकोटा –

     टेराकोटा  लैटिन भाषा के दो शब्द से मिलकर बना है  जिसमे टेरा  का अर्थ (मिट्टी ) होता है तथा कोटा का अर्थ (पकाना जलाना ) होता है ।
 टेराकोटा  का रंग लाल होता है  टेराकोटा  एक सिरेमिक है  इससे बर्तन , दीपक ,मटकी ,मूर्तिया आदि वस्तुए बनाई जाती है
जिसमे
   60%  मिट्टी        – 40% बालू (रेत )
टेराकोटा मूर्ति अंदर से खोखली बनाई जाती है  चमक  नहीं होती ।
 टेराकोटा  राजस्थान की हस्तकला है ओर केंद्र मोलेला गाँव (राजसमंद जिला )
अलवर का कागजी टेराकोटा प्रसिद्ध है ।

    2. कांस्य ढलाई (Bronze casting )

कांस्य  एक मिश्र धातु है
                 काँसा =  कोपर 90%   + टीन 10%
इसमे जस्ता , तांबा , टीन  मिलाकर मूर्तिया बनाई जाती है ।

3. साँचा विधि (Mould method )

 pop  (plaster of peris )   से  मूर्तिया बनाते है ।
 इसमे नर्म पदार्थ से साँचा तैयार करते  है ।
ओर  इसमे अंदर तेल का लेप लगाते है ।
इसमे pop डाली जाती है  set होने के बाद मूर्ति को निकालते  है
 इसमे कागज की लुगदी की भी मूर्ति बना सकते है ।
सोमनाथ होर कागज की लुगदी के लिए प्रसिद्ध है ये मूर्तिकार , चित्रकार , प्रिंटमेकर भी है ।

4. फाइबर (fiber casting )

इसमे पहले हम  मोम को मूर्ति बनाते है
जिसमे वस्तुए  रेजिन , कैलेलिस्ट , मोबिल oil ,mustered oil ,रेजिन ओर कैटेलिस्ट को बराबर मात्रा मे मिलाकर कई  बार ऐसा करते है सूखने के बाद साँचा तोड़ते है फिर मूर्ति निकाल लेते है ।

5. पत्थर (Stone casting )

किसी पत्थर को छेनी , हथोड़े की मदद से पत्थर की मूर्ति बना सकते है ।
इसमे पत्थर को तराशकर मूर्तिया बनाई जाती है ।

6.   सीमेंट  कास्टिंग

सीमेंट कास्टिंग की मदद से हम मूर्तिया बनाते है
 साँचे मे सारसो का तेल लगाते है
सीमेंट का पतला घोल लगाते है  इसमे फिर से गाढ़ा घोल लगाते है जिसकी मूर्तिया बनानी होती है कंक्रीट आदि की
 सूखने के बाद ढांचा तोड़ते है

छापा कला से संबन्धित प्रश्न

 

  1. प्रिंटिंग प्रैस की खोज सर्वप्रथम कहा हुई थी ।

-1450 जर्मनी

  1. प्रिंटिंग प्रेस की खोज किसने किया था ।

-जॉन गुटेन बर्ग ने

 

  1. विश्व मे छापा कला की खोज सन 1778 ई0 मे किसने किया था ।

-अलाय सेन फेल्डर  ने

  1. भारत मे सर्वप्रथम प्रिंटिंगप्रेस की स्थापना सन 1556 ई0 मे पुर्तगालियों ने कहा किया था

-गोवा मे

  1. भारत मे सर्वप्रथम प्रिंटिंग प्रेस अंग्रेज़ो द्वारा कहा लगाया गया

-सन 1664 ई0 मुंबई

  1. गोवा मे पुर्तगालियों द्वारा प्रिंटिंग प्रेस से छापी गई पहली पुस्तक कोन सी है

-केटोलिशों –D-डाक्टिन

  1. टाइप मशीन (टंकण मशीन ) की खोज किसने किया था ।

-मुवेविलो टाइपो

  1. कलकत्ता मे फ्रांसीसी एलबोलनेस ओर एम शबिग्नेस ने किस छापा प्रेस की स्थापना किये थे ।

-कलकत्ता एशियातीक छापा प्रेस

  1. राजा रवि वर्मा को लिथोग्राफी प्रेस के लिए सहायता किसने दिया था ।

-माधव राव

  1. भारत मे लिथोग्राफी प्रेस की स्थापना किया था

-राजा रवि वर्मा

  1. विश्व स्तर पर लिथोग्राफी की खोज किसने किया था ।

-बेरनेनियम ने

  1. विश्व स्तर पर लिथोग्राफी नाम किसने दिया था ।

-एचबैक्स ने

  1. लिथोग्राफी मे किस प्रकार का कागज प्रयोग किया जाता है ।

-मिस्तट कागज

  1. लिथोग्राफी शब्द किस भाषा का शब्द है ।

-यूनानी भाषा का

  1. ओलियों शब्द किससे बना है ।

-ऑयल  से

  1. कम समय मे अधिक प्रिंट छापने के लिए किस प्रेस का प्रयोग किया जाता है

-ऑफसेट प्रेस का

  1. एचिंग के प्रथम अंकन को किस नाम से जाना जाता है ।

-इंटेग्लियों का

  1. सेरेग्राफी का प्रचलन सन 1930 ई0 मे किस देश मे था ।

-अमेरिका मे

  1. भारत मे सर्वप्रथम सेरेग्राफी का प्रयोग किसने किया था ।

-के.जी. सुब्रह्मण्यम

  1. प्लास्टिक की थैलिया ,कोल्डड्रिंक्स दूध पैकिंग पाउच पर किससे छपाई किया जाता है ।

-फ्लैक्सो ग्राफी

  1. ग्रिटिंग कार्ड निमंत्रण पत्र ,बिजनेस कार्ड पर छपाई किससे होता है ।

-थर्मोग्राफी

  1. मंदगति से सूखने वाले इंक को किस नाम से जाना जाता है ।

-स्लोडाइंक

  1. डी0टी0पी0 (लेजर मुद्रण) का पूरा नाम क्या है ।

-डेस्कटॉप  पब्लिशिंग

 

 

भारत मे आरंभिक मुद्रण एवं ग्राफिक डिज़ाइन  का इतिहास

 

  1. सिंधु घाटी आरंभिक से घीया पत्थर की कितनी मोहरे प्राप्त हुई

-1200 सेलखड़ी मुहरे

  1. विश्व की सबसे प्राचीन लिपि कोन सी है ।

-ब्राह्मी लिपि

  1. सारनाथ मे अशोक ने किस लिपि मे लेख उत्कीर्ण कराये थे ।

-ब्राह्मी लिपि

  1. भारत सरकार द्वारा देवनागरीय लिपि को मानक रूप कब प्रदान किया गया

-सन 1966 ई0 को

  1. भारत मे पाण्डुलिपि लेखक का प्रारम्भिक प्रमाण किस पर मिलता है ।

-ताडपत्र

  1. विश्व मे सर्वप्रथम कागज का आविष्कार सन 105 ई0 मे कहा हुआ था

– चीन मे कायलुन ने किया था

  1. चीन से प्राप्त कागज को किस नाम से जाना जाता है ।

-तस अयिलुन कागज

  1. किस पुस्तक मे भारत के लोगो द्वारा रुई से कागज बनाने का उल्लेख है ।

-इण्डिका (मेगास्थनीज लेखक )

  1. भारत मे मुद्रण कला का अगुआ किसे माना जाता है ।

-बुस्तामांटे

  1. पुस्तक कम्पेन्डियो स्प्रिच्यूल डाविडे क्रिस्टा कब मुद्रिम की गई थी

-सन 1561 ई0

  1. भारत की प्रथम पुस्तक कोन्सटिट सियोन्स दो अर्से बिस्पाड़ों डे गोवा कब मुद्रित की गई थी ।

-सन 1568 मे

  1. भारत मे तृतीय मुद्रण प्रेस कहा स्थापित किया गया था ।

-मद्रास (चेन्नई )

  1. भारत मे छाया चित्र बनाने का श्रेय किसको जाता है ।

-क्लेब जोहन ओर होशेय शेफर्ड

  1. सन 1770 ई0 मे क्लेब जोहन ओर होशेय शेफर्ड कहा आए थे ।

-कलकत्ता मे

  1. बंगाल मे हुगली प्रेस की स्थापना किसके नेत्रत्व मे हुआ था ।

-चार्ल्स विल्किंसन

  1. जेम्स अगस्त हिक्की 29 जनवरी 1780 ई0 मे भारत मे पहला समाचार पत्र कोनसा प्रकाशित किया था ।

-हिक्कीज बंगाल गज़ट

  1. मद्रास का पहला समाचार पत्र कोनसा था ।

-मद्रास कोरियर

  1. सन 1807 ई0 मे कलकत्ता का प्रथम प्रेस बाबू राम ने कहा स्थापित किया था ।

-किरदारपुर

  1. कोन भारतीय छापाकार धातु की प्लेट पर उत्कीर्ण पद्धति द्वारा इलेस्ट्रेशन केचित्र छापा था ।

-रामचन्द्र राय

  1. भारत मे हिन्दी का प्रथम समाचार पत्र कोन सा था ।

-उदत्त मार्तण्ड सन 1826 ई0 मे

  1. कलकत्ता से उदत्त मार्तण्ड का प्रकाशक कोन था ।

-जुगल किशोर

ऑफसेट प्रिंटिंग प्रेस का आविष्कार कहा हुआ था ।

1906 मे हुआ

ऑफसेट प्रिंटिंग प्रेस का आविष्कार जर्मनी मे कब हुआ ।

1872 मे

लिथोग्राफी की खोज किसने की थी ।

  • अलाय सेन फेल्डर (बवेरिया जर्मनी ) ने 1768 मे ओर नामकर एचबेक्स ने 1813 मे की थी

भारत मे लिथोग्राफी की स्थापना कब हुई थी ।

-1825 ई0 मे कलकत्ता मे

ऑफसेट कलर प्रिंटिंग के कोन –कोन से कलर होते है ।

– 1 स्यान   2 मैजेंटा  3 येलो 4 ब्लैक

एक्वाटिंट का आविष्कार किसने किया था ।

– गोया ने

एक्वाटिंट की सर्वप्रथम खोज किसने की थी ।

– सन 1768 मे जीन बैंटिस्ट सी प्रिंस (फ्रांसीसी ) कलाकार ने की थी ।

 

उभार सतह (relief method ) का छापने का सही क्रम क्या है ।

 -स्केचिंग ,carving ,ink ,printing

Etching (अम्लांकन ) करने का सही क्रम क्या है ।

-प्रोसेस – स्टांपिंग ,आउट वार्निश ,etching ,inking ,प्रिंटिंग

धातु उत्कीर्ण (Metal Engraving ) करने का सही क्रम क्या है ।

-ग्राउंड –,इंग्रेविंग -,inking- ,printing

Mezzotint करने का सही क्रम क्या है ।

-Etching -रोकर, -ग्राउंड -,inking- प्रिंटिंग 

Dry point  करने का सही क्रम क्या है ।

-Drawing –engraving –inking- printing

 

भारत मे कागज के कारखाने

  1. कश्मीर
  2. पटना बिहार
  3. कानपुर
  4. नई दिल्ली
  5. शाहबाद
  6. भुसुंडा
  7. कागजपुरा दौलताबाद
  8. जयपुर (सांगानेर बाद )

 

छापाकला की यह जानकारी आपको कैसी लगी कृपया कमेंट करके जरूर बताए
धन्यवाद

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