रामकुमार Ramkumar
रामकुमार का जन्म 1924 मे (हिमाचल प्रदेश ) मे हुआ था
रामकुमार का 14 अप्रैल, 2018 को 94 वर्ष की उम्र मे दिल्ली मे निधन हो गया ।
जीवनकाल- 1924-2018
रामकुमार के बड़े भाई प्रसिद्ध हिन्दी साहित्यकार निर्मल वर्मा है ।
रामकुमार वायलिन वाध यंत्र को बजाते थे ।
रामकुमार अमूर्त घनवादी दृश्य चित्रकार थे ।
रामकुमार अपने दृश्य – चित्र सर्वाधिक तैल या एक्रेलिक माध्यम मे बनाए थे ।
रामकुमार के चित्रो की प्रथम एकल प्रदर्शिनी 1948 ई0 मे शिमला मे आयोजित की गई ।
रामकुमार के कला गुरु शैलोज मुखर्जी थे ।
रामकुमार कहानीकार, कला समीक्षक, चित्रकार थे ।
रामकुमार ने इकोनॉमिक्स मे एम0 ए0 सेंट स्टीफेंस कॉलेज , नई दिल्ली से किया था ।
सन 1943 ई0 मे एम0ए0 मे अध्ययन करते हुए रामकुमार ने शारदा उकील स्कूल ऑफ आर्ट मे शैलोज मुखर्जी के निर्देशन मे कला की कक्षाए की ।
सन 1950 ई0 मे पेरिस मे रामकुमार ने आन्द्रे ल्होते व फर्नांड लेजेर के निर्देशन मे विधिवत कला शिक्षा प्राप्त की ।
रामकुमार चित्रकार के साथ-साथ हिन्दी साहित्यकार के रूप मे जाने जाते है ।
रामकुमार की अब तक कुल आठ पुस्तके (दो उपन्यास ओर 6 कहानी संग्रह ) छप चुके है ।
रामकुमार को फ्रांस सरकार का ओफिसर्स आर्ट्स एंड लेटर्स सम्मान प्राप्त हुआ ।
रामकुमार को पदमश्री 1971 ई0 भारत सरकार द्वारा दिया गया था ।
1975 ई0 मे हिन्दी कहानीकार के रूप मे उत्तर प्रदेश सरकार ने रामकुमार चित्रकार को प्रेम चंद पुरुस्कार से सम्मानित किया था ।
2011 ई0 मे ललित कला अकादमी का फ़ेलोशिप रामकुमार को प्राप्त हुआ ।
लद्दाख मोनेस्ट्री के चित्रकार रामकुमार है ।
रामकुमार चित्रकार ने ‘बनारस’ व ‘शिमला शहर’ की चित्र शृंखला बनाई ।
रामकुमार की एक कृति ‘बैगबॉण्ड’ को क्रिस्टी, न्यूयॉर्क की नीलामी मे कुल 1.1 मिलियन डॉलर प्राप्त हुए ।
घनवाद से प्रेरणा लेने के उपरांत निजी विशेषता वाले कलाकार रामकुमार थे ।
वाराणसी सीरीज रामकुमार ने बनाया था ।
रामकुमार शिल्पी चक्र, नई दिल्ली कला संघ के सदस्य थे ।
रामकुमार साम्यवादी दल के सदस्य थे ।
रामकुमार को मध्य प्रदेश सरकार द्वारा कालिदास सम्मान मिला ।
परछाइया (कैनवास पर तैल रंग, राष्ट्रीय आधुनिक कला संग्रहालय, नई दिल्ली ) रामकुमार का चित्र है ।
रामकुमार चित्रकार जिसने ‘बनारस के घाटो’ का मनोरम चित्रांकन किया ।
ललित कला अकादमी, नई दिल्ली मे सुरक्षित ‘बनारस शृंखला’ (कैनवास पर तैल , 1964 ई0 ) के चित्र रामकुमार ने बनाए ।
रामकुमार पहले भारतीय कलाकार जिन्होने रूपप्रद आकृतियो को छोड़कर अमूर्त चित्रकारी रामकुमार ने की थी ।
रामकुमार की एक दुर्लभ पेंटिंग ‘अनटाइटल्ड’ (जिसमे महिला ओर पुरुष एक दूसरे का हाथ थामे है ) ब्रिटेन के सोथवि नीलामी घर मे 659,960 डॉलर मे बिकी थी ।
रामकुमार के चित्र संग्रह –
- नेशनल गैलरी ऑफ मॉडर्न आर्ट दिल्ली
- चंडीगढ़ संग्रहालय
- ललित कला अकादमी नई दिल्ली
- नेशनल संग्रहालय बर्लिन
- वाशिंगटन
- न्यूयॉर्क अमेरिका
- फंडामेंटल रिसर्च मुंबई
रामकुमार के प्रसिद्ध चित्र –
- वाराणसी चित्र शृंखला
- बेरोजगार
- स्नाकोत्तर
- खंडहर
- दुल्हन
- शहर
- घाट
- धार
- दो बहने
- परिवार
- अंधेरे-उजाले
- नगर
- स्वप्न
- नदी
- वर्षा
- अलविदा
- अतीत (तैल)
- परिवार (1954 ई0)
- स्वप्न (1958 ई0 मे तैल माध्यम मे निर्मित )
- उड़ान (लैब )
- बैगबॉण्ड
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