राम वी. सुतार Ram V. Sutar
राम वी. सुतार का जन्म 19 फरवरी 1925 ई0 को महाराष्ट्र मे धूलिया जिले के गोन्दूर नामक ग्राम मे हुआ था ।
राम वी. सुतार का पूरा नाम राम वनजी सुतार था ।
राम वी. सुतार के पिता का नाम वनजी हंसराज (जाति व कर्म से बढ़ई ) थे ।
1952 ई0 मे राम सुतार का विवाह प्रमिला के साथ हुआ था ।
राम वी. सुतार के एकमात्र पुत्र अनिल सुतार है ।
अनिल सुतार एक मूर्तिकार है ।
अनिल सुतार नोएडा स्थित अपने पिता के स्टुडियो व कार्यशाला की देखरेख व मूर्तिशिल्प निर्माण का कार्य करते है ।
राम वी. सुतार ने अपने गुरु रामकृष्ण जोशी से प्रेरणा लेकर मूर्तिकला की शिक्षा जे0जे0 स्कूल ऑफ आर्ट मुंबई से प्राप्त की थी ।
राम वी. सुतार का पहला उल्लेखनीय कार्य मध्य प्रदेश के गंगा सागर बांध पर स्थित 45 फिट ऊंची चंबल देवी की मूर्ति है ।
अमृतसर मे 21 फिट ऊंची ‘महाराणा रणजीत सिंह’ की मूर्ति का निर्माण राम वी. सुतार ने किया है ।
संसद भवन, नई दिल्ली मे स्थापित 18 फिट ऊंची ‘सरदार बल्लभ भाई पटेल’ की मूर्ति के मूर्तिकार राम वी. सुतार है ।
राम वी. सुतार के मूर्तिशिल्पों का मुख्य विषय महात्मा गांधी रहा है ।
गांधीनगर गुजरात मे 17 फिट ऊंची ‘मोहनदास करमचंद गांधी की कांस्य प्रतिमा का निर्माण राम वी. सुतार ने किया ।
182 मी0 (597 फिट) ऊंची दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा ‘स्टेच्यु ऑफ यूनिटी’ का निर्माण राम वी. सुतार मूर्तिकार ने किया।
‘स्टेच्यु ऑफ यूनिटी’ सरदार बल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा है ।
स्टेच्यु ऑफ यूनिटी’ का निर्माण 70000 टन सीमेंट 22500 टन स्टील व 1700 मीट्रिक टन तांबा से हुआ है ।
राम वी. सुतार को पदमश्री से 1999 ई0 मे सम्मानित किया गया ।
प्रसिद्ध मूर्तिकार राम वी. सुतार को पदमभूषण पुरुस्कार से 2016 ई0 मे सम्मानित किया गया ।
राम वी. सुतार मूर्तिकार को 2016 का टैगोर सांस्कृतिक सदभावना पुरुस्कार से सम्मानित किया गया ।